ISBN: 9789350000267
Language: Hindi
Publisher: Vani Prakashan
No. of Pages: 544
ऐतिहासिक साक्ष्यों की सीमाओं की लक्षण-रेखाओं को दृष्टिगत रखते हुए।साहित्य के काल्पनिक यथार्थ की संभावनाओं के साथ उसका संतुलित समन्वय करते हुए तदयुगीन जीवन को जीवंत करने का प्रयत्न ही इस उपन्यास का धेयय है। इसी परिप्रेक्ष्य में इस पुस्तक का लेखन प्रस्तुतीकरण किया गया है।