Releasing On 14th September
एक अनूठी प्रेम कहानी जिसमें मिलन की मिठास भी है और विरह की वेदना भी। एक प्रेम कथा जो लड़कपन से शुरू होकर उम्र के उस पड़ाव तक पहुंचती है जहाँ परिवार की जिम्मेवारियां और समाज के बंधन कुछ अलग तरह से इंसान को बाँध लेते हैं। इस कहानी में रूहानी प्रेम जिस्मानी तौर पर भी अभिव्यक्त होता है और त्याग और समर्पण के रूप में भी। दो ऐसे युवाओं की कहानी जो एक दूसरे के साथ अपने को सम्पूर्ण पाते हैं और ना हो तो शून्य यानि जीरो