ISBN: 9789352291144
Language: Hindi
Publisher: Vani Prakashan
No. of Pages: 246
बेगम जैनाबादी की कहानी बकलम शरद पगारे ने ऐसे साँचे में ढाल कर की है पाठक इतिहास के साथ साथ ऐसी प्रेम-कहानी से भी रूबरू होता चलता है इस उंप्यास के जरिए लेखक एक मौका पाठकों को देता है अपने इतिहास में झाकने का जिससे पुरानी परम्पराओं का चक्र एक बार फिर घूम जाता है और पाठक एक अलग ही दुनिया में पहोच जाता है,रहस्य,रोमञ्च्क्ता, जैसे तत्वों से भरी ये किताब पाठकों को न सिर्फ अपने इतिहास में झाकने का मौका देती है वरन लेखक की प्रतिभा से भी रू-ब-रू करती है।