ISBN: 9789350007587
Language: Hindi
Publisher: Vani Prakashan
No. of Pages: 156
प्रो. दिलीप सिंह ने अनुवाद विषयक अध्ययन-अध्यापन तथा चिंतन-मनन के दौरान जिन विषयों ने उद्वेलित किया, यह पुस्तक उन सबका समाधान खोजने का विनम्र प्रयास तो है ही, देश-विदेश के तमाम अनुवाद चिंतन को सार रूप में प्रस्तुत करने के अभियान का हिस्सा भी है..